उड़ता परिंदा
मैं उड़ता परिंदा
बस उड़ता जा रहा हूं
सुख में भी, दुख में भी
बस बढ़ता जा रहा हूं
आए हज़ार...
बस उड़ता जा रहा हूं
सुख में भी, दुख में भी
बस बढ़ता जा रहा हूं
आए हज़ार...