...

25 views

बाबा
बाबा मैंने मां से सुना है....
तुमने मुझे बहोत खिलाया है,

तो अब क्या हुआ बाबा.?
अब क्यों नहीं आते मेरे पास हो.?

कांधे पर बैठने लायक तो रही नहीं,
लेकिन क्यों नहीं सर पर हाथ घुमाते हो.?

अपनी छाती पर सुलाने वाले बाबा....
अब क्यों मेरे पास लेटने से कतराते हो.?

सुना है....
मुझे अपनी गोद में सुलाया करते थे आप....
अब क्यों मुझे तखियों के सहारे छोड़ जाते हो.?

मुझे याद है....
साइकल चलाती थी,साथ आते थे आप....
साइकल से गिरती थी मैं,बहोत डांट लगाते थे आप,
बाबा अब रोज़ ज़िंदगी की सीढ़ी अकेले ही चढ़ती हूं....
अकेले ही गिरती हूं,
अब क्यों नहीं आते आप साथ हो.?

बाबा मां से सुने बहुत किस्से हैं....
उन किस्सों को सुन बस यही कहती हूं....
बाबा बड़े होने में मेरा क्या कुसूर....
क्यों नहीं पहले जैसे बन जाते हो.?

जानती हूं प्यार करते हो आप मुझसे,
पर इक बार एहसास तो कराओ न....
इक बार फिर अपनी गोद का तखिया बनाओ न....
ज़िंदगी की राह में साथ आओ न....
इक बार फिर पहले जैसे बन जाओ न।

-Divya_chaudhary