मेरे महबूब ।
हाथो की मेहंदी पर मैं उनका नाम लिखती हूँ
चाँदनी रातो के नीचे मैं उनकी वफाई लिखती हूँ
वो बेहिसाब मुझसे मोहब्बत किया करते हैं
मैं रातो को जग कर उनकी सलामती लिखती हूँ
मेरे अल्फाज़ो का मसला उन्हें कभी दर्द दे...
चाँदनी रातो के नीचे मैं उनकी वफाई लिखती हूँ
वो बेहिसाब मुझसे मोहब्बत किया करते हैं
मैं रातो को जग कर उनकी सलामती लिखती हूँ
मेरे अल्फाज़ो का मसला उन्हें कभी दर्द दे...