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नाराजगी
कुछ लोग नाराज है मुझसे,
मुझे भी कोई फर्क नहीं पड़ता उससे।
किसी को खुश करने के लिए, नहीं कर सकता झूठे वायदे,
किसी के फायदे के लिए, नहीं तोड़ सकता अपने नियम कायदे।
नाराजगी ही सही, परंतु झूठी खुशी से अच्छा है,
नाराजगी भी खत्म होगी, जिस दिन पता चलेगा, कौन झूठा और कौन सच्चा है
लोगों का क्या, ये तो हर पल बदलते रहते हैं,
नाराज ना हो मेरी ईश्वर मुझसे, ठीक तो बस इतना करते हैं।
कोई मेरे कितना भी करीब क्यों ना हो,
परंतु मेरे परिवार और संस्कार से बढ़कर नहीं है वो।
मैं अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना पसंद करता हूं,
लोगों की खुशी के लिए नहीं,अपने सम्मान के लिए मरता हूं।
मुझे भी कोई फर्क नहीं पड़ता उससे।
किसी को खुश करने के लिए, नहीं कर सकता झूठे वायदे,
किसी के फायदे के लिए, नहीं तोड़ सकता अपने नियम कायदे।
नाराजगी ही सही, परंतु झूठी खुशी से अच्छा है,
नाराजगी भी खत्म होगी, जिस दिन पता चलेगा, कौन झूठा और कौन सच्चा है
लोगों का क्या, ये तो हर पल बदलते रहते हैं,
नाराज ना हो मेरी ईश्वर मुझसे, ठीक तो बस इतना करते हैं।
कोई मेरे कितना भी करीब क्यों ना हो,
परंतु मेरे परिवार और संस्कार से बढ़कर नहीं है वो।
मैं अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना पसंद करता हूं,
लोगों की खुशी के लिए नहीं,अपने सम्मान के लिए मरता हूं।
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