शीर्षक - करुणामय हृदयवाली
शीर्षक - करुणामय हृदयवाली
करुणामय हृदयवाली,
रूप खिलती कमल है।
प्रेम की बगिया मेरी तू,
मेरी छाया तेरी आँचल है।
गुजरती हवा की भाँति,
सागर की निर्मल जल है।
स्वप्न संजोए बैठा रहता,
मेरे जीवन की तू कल है।
कभी...
करुणामय हृदयवाली,
रूप खिलती कमल है।
प्रेम की बगिया मेरी तू,
मेरी छाया तेरी आँचल है।
गुजरती हवा की भाँति,
सागर की निर्मल जल है।
स्वप्न संजोए बैठा रहता,
मेरे जीवन की तू कल है।
कभी...