सरकार चलाएंगे
दिल्ली जाकर अब हम तो,
अपनी सरकार बनाएंगे।
भरत देश के बालक हैं हम,
भारत देश चलाएंगे।
जब अपनी सरकार बनेगी,
ऐसा अलख जगाएंगे।
भय और भूख मिटेगी पल मॆं,
भ्रष्टाचार हटाएंगे।
अब आतंकी सीमाओं से,
भीतर न घुस पाएंगे।
यदि घुसे चोरी-चोरी तो,
सारे मारे जाएंगे।
स्वच्छ प्रशासन देंगे सबको,
बिजली घर-घर में होगी।
बिना कटौती मिलेगी सबको,
यह करके दिखलाएंगे।
...
अपनी सरकार बनाएंगे।
भरत देश के बालक हैं हम,
भारत देश चलाएंगे।
जब अपनी सरकार बनेगी,
ऐसा अलख जगाएंगे।
भय और भूख मिटेगी पल मॆं,
भ्रष्टाचार हटाएंगे।
अब आतंकी सीमाओं से,
भीतर न घुस पाएंगे।
यदि घुसे चोरी-चोरी तो,
सारे मारे जाएंगे।
स्वच्छ प्रशासन देंगे सबको,
बिजली घर-घर में होगी।
बिना कटौती मिलेगी सबको,
यह करके दिखलाएंगे।
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