Hamare jawan :Insaan ya bhagwan
जब देश मे लोग पी रहे थे ,प्यार का जाम
कुछ लोग दे रहे थे,अपने गलत मसुबो को अंजाम
कल तक था ,जहा जश्न का महौल
आज देश का खून रहा है,खौल
सच में यह लोग इंसान होते है या भगवान
क्या इनके सीने में दिल कि जगह पत्थर होता है
अजीब है ,इनसे भी महान इनके परिवार वाले
सामने अपनों की लाश हो तब भी इन्हे दर्द की जगह फक्र होता है
कुछ तो होता होगा उनमे खास
क्या नही होते उनके अपने अहसास
कैसे कोई अपने देश के लिए देता अपनी...
कुछ लोग दे रहे थे,अपने गलत मसुबो को अंजाम
कल तक था ,जहा जश्न का महौल
आज देश का खून रहा है,खौल
सच में यह लोग इंसान होते है या भगवान
क्या इनके सीने में दिल कि जगह पत्थर होता है
अजीब है ,इनसे भी महान इनके परिवार वाले
सामने अपनों की लाश हो तब भी इन्हे दर्द की जगह फक्र होता है
कुछ तो होता होगा उनमे खास
क्या नही होते उनके अपने अहसास
कैसे कोई अपने देश के लिए देता अपनी...