तू मेरी
राहत मिलती है तुझसे मिलकर
मशरूफ तेरी आवाज़ सुनकर,
ये बंजारा सा मन को भी बसेरा मिलता है तुझे सुनकर
कहने को तो चले जाऊं खुद से दूर मगर
तू मेरी...
मशरूफ तेरी आवाज़ सुनकर,
ये बंजारा सा मन को भी बसेरा मिलता है तुझे सुनकर
कहने को तो चले जाऊं खुद से दूर मगर
तू मेरी...