मंजिल
ओ परिंदे किउ तू थक गया उड़ान भरते भरते
सुन किउ तू हारा है खुद से लड़ते लड़ते
सुन इन चुनौतियो से ना डर तू ,
उठ फिर से कोशिश कर तू ,
तेरी हिम्मत को देख कर ही ,
मुश्किलो ने तुझे सकारा है
अब उठ जा तू...
सुन किउ तू हारा है खुद से लड़ते लड़ते
सुन इन चुनौतियो से ना डर तू ,
उठ फिर से कोशिश कर तू ,
तेरी हिम्मत को देख कर ही ,
मुश्किलो ने तुझे सकारा है
अब उठ जा तू...