हैवान
यहाँ पग पग मे
इंसान से भेष मे हैवान बसें हैं
मुँह मे नाम भगवान का
और मन मे शैतान बसें है
तुम कैद ही अच्छे थे
कम से कम बाहर जानवर तो सुरक्षित थे
तुम्हारी ही तरह वो भी भूखे थे
अपनों के...
इंसान से भेष मे हैवान बसें हैं
मुँह मे नाम भगवान का
और मन मे शैतान बसें है
तुम कैद ही अच्छे थे
कम से कम बाहर जानवर तो सुरक्षित थे
तुम्हारी ही तरह वो भी भूखे थे
अपनों के...