तकदीर
कुछ भी तय नहीं, लकीरों का खेल है सारा
हार के बैठ गया वो करता भी क्या बेचारा।
महफ़िल में आज की खबर उसकी नाकामी की थी
चटकारे ले सब सुना रहे वो उसकी कहानी थी।
मज़ा आता है...
हार के बैठ गया वो करता भी क्या बेचारा।
महफ़िल में आज की खबर उसकी नाकामी की थी
चटकारे ले सब सुना रहे वो उसकी कहानी थी।
मज़ा आता है...