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आया विनाश
अब भी सुधर जा ए इंसान,आने वाला विनाश है ।
सब कुछ मिट जायेगा जो तेरे अब तक पास है ।।
काट कर पेड़ पौधों को ,छीने तूने धरती के लाल।
अब आगे देख, तेरा क्या होगा हाल।।
कहीं पर धस गई है जमीन,कहीं की हवा खराब है ।
कहीं तरस रहे पानी को ,तेरी इतनी हालत खराब है ।।
आने वाले विनाश को तूने ही भुलाया है ।
तेरे इन सब गलतियों की सजा वह देने आया है ।।
अब समय है लगा कर पेड़ पौधे ,कर उनकी रखवाली ।
धरती को बना ऐसा ,दिखे हर तरफ हरयाली ।।
© All Rights Reserved
सब कुछ मिट जायेगा जो तेरे अब तक पास है ।।
काट कर पेड़ पौधों को ,छीने तूने धरती के लाल।
अब आगे देख, तेरा क्या होगा हाल।।
कहीं पर धस गई है जमीन,कहीं की हवा खराब है ।
कहीं तरस रहे पानी को ,तेरी इतनी हालत खराब है ।।
आने वाले विनाश को तूने ही भुलाया है ।
तेरे इन सब गलतियों की सजा वह देने आया है ।।
अब समय है लगा कर पेड़ पौधे ,कर उनकी रखवाली ।
धरती को बना ऐसा ,दिखे हर तरफ हरयाली ।।
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