बेफ़िक्र औ बेख़ौफ़ जिया करो जानी
यह जो मख़्मली सी तिरी पैशानी है
उसपे छलक रही कोई परिशानी है
हो गर कोई बात आके मिलो मुझसे
दुनियां का छोड़ो दुनियां तो फानी है
बेफ़िक्र औ बेख़ौफ़ जिया करो जानी
ज़िंदगी मिली है ज़िन्दगी तो जानी है
एक बात...
उसपे छलक रही कोई परिशानी है
हो गर कोई बात आके मिलो मुझसे
दुनियां का छोड़ो दुनियां तो फानी है
बेफ़िक्र औ बेख़ौफ़ जिया करो जानी
ज़िंदगी मिली है ज़िन्दगी तो जानी है
एक बात...