Guru
गुरु शब्द अपार ईश्वर का दूजा रूप
घनी अंधेरी रात में बन जाए सुबह की धूप
वही धूप जो जीवन को करती हर पल रोशन
जो देती अज्ञान अंधकार को ज्ञान तत्वों से पोषण
गुरु के रूप अनेक हैं कर्मवही सिर्फ एक
मार्ग दिखाते भटके को करते विशुद्ध विवेक
गुरु बिन जीवन संकट सागर से तरता नहीं
गुरु बिन कठिनाइयों से कोई पार उतरता नहीं
वही एक है...
घनी अंधेरी रात में बन जाए सुबह की धूप
वही धूप जो जीवन को करती हर पल रोशन
जो देती अज्ञान अंधकार को ज्ञान तत्वों से पोषण
गुरु के रूप अनेक हैं कर्मवही सिर्फ एक
मार्ग दिखाते भटके को करते विशुद्ध विवेक
गुरु बिन जीवन संकट सागर से तरता नहीं
गुरु बिन कठिनाइयों से कोई पार उतरता नहीं
वही एक है...