कभी तो जरुर कह पाऊंगी...
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
इस जिंदगी की बंदिशें तोड़ जाऊंगी,
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
लोगो की सुनते सुनते थक जाऊंगी,
चुप हो जाओ अब और न सहूंगी,
जिंदगी मेरी ख्वाहिश है उसे यूं न बिखराऊंगी...
कभी तो जरुर कह पाऊंगी
उन लम्हों से,
की अब मैं तुझे कब तक संजोऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
उन लोगो से की...
जीओ और जीने दो..
अपनी दुनिया खुद बनाऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
भागदौड़ वाली जिंदगी को...
रुक जा अब मैं खुद को नही दौड़ाऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी....
अपने मां बाप से....
बस करिए मुझे समझाना,
मुझे भी तनिक समझ लीजिए,
मेरे मन में झांक लीजिए,
वरना मैं तो मर ही जाऊंगी....
माफ करना मां पापा अगर बात मेरी गलत लगी हो,
लेकिन कभी...
इस जिंदगी की बंदिशें तोड़ जाऊंगी,
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
लोगो की सुनते सुनते थक जाऊंगी,
चुप हो जाओ अब और न सहूंगी,
जिंदगी मेरी ख्वाहिश है उसे यूं न बिखराऊंगी...
कभी तो जरुर कह पाऊंगी
उन लम्हों से,
की अब मैं तुझे कब तक संजोऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
उन लोगो से की...
जीओ और जीने दो..
अपनी दुनिया खुद बनाऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी,
भागदौड़ वाली जिंदगी को...
रुक जा अब मैं खुद को नही दौड़ाऊंगी....
कभी तो जरुर कह पाऊंगी....
अपने मां बाप से....
बस करिए मुझे समझाना,
मुझे भी तनिक समझ लीजिए,
मेरे मन में झांक लीजिए,
वरना मैं तो मर ही जाऊंगी....
माफ करना मां पापा अगर बात मेरी गलत लगी हो,
लेकिन कभी...