गया गरीब गरीबी का मारा
#WritcoPoemPrompt1
गया गरीब,गरीबी का मारा, भूख मिटाने इस तन की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
काम कराया दाम ना देकर,गाली चार सुनाई है
एक छोटी गलती के ऊपर,ऑखे लाल दिखाई है
क्यो करते तुम जुल्म गरीब पै,आन दिखा अपने धन
की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
कल भी भूखा, सोया था,आज भी भूखा सोयेगा
जेब नही जब कुछ पैसे तो,समझो कैसे खायेगा
देदो उसकी मजदूरी को,भूख मिटाले वो तन की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
स्वरचित गीत #राजा आदर्श गर्ग
गया गरीब,गरीबी का मारा, भूख मिटाने इस तन की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
काम कराया दाम ना देकर,गाली चार सुनाई है
एक छोटी गलती के ऊपर,ऑखे लाल दिखाई है
क्यो करते तुम जुल्म गरीब पै,आन दिखा अपने धन
की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
कल भी भूखा, सोया था,आज भी भूखा सोयेगा
जेब नही जब कुछ पैसे तो,समझो कैसे खायेगा
देदो उसकी मजदूरी को,भूख मिटाले वो तन की
पीर ना जाने, दर्द ना समझे,कोई क्यू भूखे मन की
स्वरचित गीत #राजा आदर्श गर्ग