...

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रंग बदलते रिश्ते
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
हमारी अच्छाई का फ़ायदा लोग उठाते रहे जी भरकर,,,,
हम ने हंसकर उठने दिया।
दिल मानता रहा सबको अपना,,,
हमने भी सबसे प्यार करने दिया,,,
खंजर नफरत के लेकर वही अपने थे घूम रहे,,,
हमने भी पीठ पीछे वार करने दिया,,,,
उन्हें गलतफहमियां है कि हम हैं अनजान मियां,,,
हमने भी इस गलतफहमी में उनको जीने दिया।
जो उतारु थे हमारी ही जड़ काटने को,,,
उन्हें मेरे खुदा ने जवाब बहुत करारा दिया

✍️✍️✍️ परमजीत ❤️❤️
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