न्याय
कभी किसी दिन तो
तुम्हारे कारण भी
किसी का सुख चैन
मुहाल हुआ होगा..
कभी किसी दिन तो
तुम्हारे चलते भी
दुख से कोई बेहाल
हुआ होगा..
कभी किसी दिन तो
तुम्हारे कारण कैसे भी
तो किसी ने अपनी
हिम्मत हारी होगी..
हिसाब लिखता है वो
ओंकार...
तुम्हारे कारण भी
किसी का सुख चैन
मुहाल हुआ होगा..
कभी किसी दिन तो
तुम्हारे चलते भी
दुख से कोई बेहाल
हुआ होगा..
कभी किसी दिन तो
तुम्हारे कारण कैसे भी
तो किसी ने अपनी
हिम्मत हारी होगी..
हिसाब लिखता है वो
ओंकार...