अफसाना लिख रही हूँ........
✍️✍️अफसाना लिख रही हूँ ✍️✍️
. अफसाना लिख रही हूँ उस भूले बिसरे यादों में,
तितलियों सा मचल रहा था दिल अपना भी किसी जमाने में,
जिंदगी का वो सुहाना वक़्त कट रहा था,
रूठने मनाने में और मुँह बिचकाने में,.
जहाँ रह गई थी ये जिंदगी सिमट कर तेरे मेरे...
. अफसाना लिख रही हूँ उस भूले बिसरे यादों में,
तितलियों सा मचल रहा था दिल अपना भी किसी जमाने में,
जिंदगी का वो सुहाना वक़्त कट रहा था,
रूठने मनाने में और मुँह बिचकाने में,.
जहाँ रह गई थी ये जिंदगी सिमट कर तेरे मेरे...