जीवन का अधार
न देख कभी मुड़कर पीछे,
जीवन पथ का ये अधार नही।
तू क्यों चाहता है उसे ,
जिसपे तेरा अधिकार नही।
जा तू बेशक अपनी मंजिल,
जो किस्मत है मिल जाएगा।
जो नही है तेरा,
वो हाथों से भी निकल जाएगा।
क्यूं...
जीवन पथ का ये अधार नही।
तू क्यों चाहता है उसे ,
जिसपे तेरा अधिकार नही।
जा तू बेशक अपनी मंजिल,
जो किस्मत है मिल जाएगा।
जो नही है तेरा,
वो हाथों से भी निकल जाएगा।
क्यूं...