सत्य है।
अथर्व क्रीड़ा है या लोक नाश,
जीवन हो चूका शोक नाच,
संपूर्ण, महज़ शब्द आज,
वीर रक्त में ना अब बची...
जीवन हो चूका शोक नाच,
संपूर्ण, महज़ शब्द आज,
वीर रक्त में ना अब बची...