अधूरी मोहब्बत
अधूरी मुहब्बत को जाना पड़ेगा,,
नया इश्क़ फिर आज़माना पड़ेगा,,
ये ठाना है अब तो बहस भी ना होगी
अना को भी हद से झुकाना पड़ेगा,,
यूँ तारीफ़ के पुल बनाने है जम के
अभी ज़ोर थोड़ा लगाना पड़ेगा,
वो चाहे मुहब्बत किफ़ायत से ख़र्चे
मुझे किश्तों में दिल कमाना...
नया इश्क़ फिर आज़माना पड़ेगा,,
ये ठाना है अब तो बहस भी ना होगी
अना को भी हद से झुकाना पड़ेगा,,
यूँ तारीफ़ के पुल बनाने है जम के
अभी ज़ोर थोड़ा लगाना पड़ेगा,
वो चाहे मुहब्बत किफ़ायत से ख़र्चे
मुझे किश्तों में दिल कमाना...