मैं प्रेम लिखना हूँ !!
मैं प्रेम लिखना चाहता हूँ और सुनाना चाहता हूँ
मैं प्रेम गुनगुना चाहता हूँ और सुनना चाहता हूँ ,
वो प्रेम नहीं जो एक लड़का लड़की में होता है
वो प्रेम नहीं जो दो जिस्मों के मिलन से होता है ,
वो प्रेम जो माँ के गोद में मिलता है
वो प्रेम जो पिता...
मैं प्रेम गुनगुना चाहता हूँ और सुनना चाहता हूँ ,
वो प्रेम नहीं जो एक लड़का लड़की में होता है
वो प्रेम नहीं जो दो जिस्मों के मिलन से होता है ,
वो प्रेम जो माँ के गोद में मिलता है
वो प्रेम जो पिता...