दुनिया करे सलाम
*दुनिया करे सलाम*
मूरख हो जो रोते हो, अपनी ही व्यथाओं पर
ध्यान कोई न देगा, तुम्हारी व्यर्थ कथाओं पर
उम्र भर का अकेलापन, तुम्हारे खाते आएगा
चाहे रोते पीटते रहो, साथ न कोई निभाएगा
धोखा यदि खाया कहीं, तो गलती है...
मूरख हो जो रोते हो, अपनी ही व्यथाओं पर
ध्यान कोई न देगा, तुम्हारी व्यर्थ कथाओं पर
उम्र भर का अकेलापन, तुम्हारे खाते आएगा
चाहे रोते पीटते रहो, साथ न कोई निभाएगा
धोखा यदि खाया कहीं, तो गलती है...