...

5 views

झपकी
मैं रोज़ाना किसी रात के साये में,
थका मांदा सा नींद की राह ताकता हु,
खयालो, तसव्वुरातो, यादो की,
बड़ी तेज हवाएं चलती है रातभर,
की ज़हन औ दिल ठिठुर के रह जाते है,
पलके किसी चिराग़ के लौ के मानिंद,
बुझते बुझते जलती रहती है,
एक अजीब...