Mujhe kai kamiya hai..
बहुत है खामियां मुझमें...
मुझे बेनाम रहने दो, मुझे गुमनाम रहने दो
जो अब तक नहीं जाना उससे अनजान रहने दो
किसी को दूं सफाई जो, इतनी फुर्सत नहीं मुझको
बस इतनी सी चाहत है कि मुझे इंसान रहने दो
बहुत है खामियां मुझमें, खामियां...
मुझे बेनाम रहने दो, मुझे गुमनाम रहने दो
जो अब तक नहीं जाना उससे अनजान रहने दो
किसी को दूं सफाई जो, इतनी फुर्सत नहीं मुझको
बस इतनी सी चाहत है कि मुझे इंसान रहने दो
बहुत है खामियां मुझमें, खामियां...