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डियर ख्वाब 🍁
🌹डियर ख़्वाब🌹

मेरी ज़िन्दगी के रास्तों पर मेरे साथ चली हैं तुम्हारी यादें, मेरी हर साँस से होकर गुजरी हैं तुम्हारी बातें, तुम्हारे बगैर भी मैंने तुम्हें अपने ख्वाबों में ऐसे जीया हैं जैसे कोई जमीन बारिश के इंतजार में अपने अंदर एक सब्ज़ ज़िन्दगी को महफूज़ रखती है, इस मोड़ पर तुम ऐसे मिल गई हो जैसे बिना नक़्शे के किसी गुमगश्ता मुसाफ़िर को मन्जिल मिल जाती हैं..!

आजकल तुम्हारा इश्क मेरी नब्ज से महसूस होता हैं, तुम्हारा तसव्वुर सर्दियों की धुन्ध की मानिन्द खलाओं में छाया रहता है और मैं तुम्हारे सिवा कुछ देख ही नहीं पाता हूँ, तुम्हारे ख्याल स्याही बनकर मेरी कलम से बहते चले जाते हैं, बात बस इतनी सी ही तो है, कि तुम्हारे लौट आने से इन ख्यालों को उभरने के लिए वरक़ मिल गए हैं..!🥀