दिल
दिल खोलकर रो भी लेता हूं बहुत,
उतना ज्यादा हंस भी लेता हूं,
जमाने से दूर भाग भी सकता हूं,
खुद में उतना डुब भी सकता हूं,
खालों के आसमान में उड़ता भी हूं,
किसी के दिल से गिरना...
उतना ज्यादा हंस भी लेता हूं,
जमाने से दूर भाग भी सकता हूं,
खुद में उतना डुब भी सकता हूं,
खालों के आसमान में उड़ता भी हूं,
किसी के दिल से गिरना...