"मांँ शारदे की वंदना"
करुं वंदन तेरा मेरी शारदे माँ,जरा ज्योत तो जलने दे,
लिख दूँगी मैं माँ तेरा गीत नया,मेरी क़लम तो चलने दे!
तू है स्वर की देवी हे शारदे माँ, तुझसे ही सजा संगीत सदा,
हर शब्द मिला तुझसे ही मुझे,तुझसे ही मिली लिखने की कला
गुनगुनाऊंगी माँ मैं होठों पे तुझे, मेरा सुर तो सजने दे,
लिख दूँगी मैं माँ तेरा गीत नया, मेरी क़लम तो चलने दे!
तुझसे ही तो माँ सब ज्ञान...
लिख दूँगी मैं माँ तेरा गीत नया,मेरी क़लम तो चलने दे!
तू है स्वर की देवी हे शारदे माँ, तुझसे ही सजा संगीत सदा,
हर शब्द मिला तुझसे ही मुझे,तुझसे ही मिली लिखने की कला
गुनगुनाऊंगी माँ मैं होठों पे तुझे, मेरा सुर तो सजने दे,
लिख दूँगी मैं माँ तेरा गीत नया, मेरी क़लम तो चलने दे!
तुझसे ही तो माँ सब ज्ञान...