इंतज़ार आज भी है💌
एक लड़का था अंजाना सा,
मुस्कुराहट पे उसकी मैं मरती थी,
एक झलक देखने को उसकी मैं तरसा करती थी।
प्यार उसे भी था शायद,
पर दोस्ती की गहराई को देख मै बोलने से झिझकती थी।
बातें हुई मुलाकाते हुई,
इज़हार उन्होंने किया एक दिन,
पूछा था मैने उसे
छोड़ के तो नहीं जाओगे?
जवाब आया जाओगी तो तुम जाओगी मैं नहीं।
बातें झूठी करता गया वो,
मैं सच समझ के मान गयी,
चल रहा...
मुस्कुराहट पे उसकी मैं मरती थी,
एक झलक देखने को उसकी मैं तरसा करती थी।
प्यार उसे भी था शायद,
पर दोस्ती की गहराई को देख मै बोलने से झिझकती थी।
बातें हुई मुलाकाते हुई,
इज़हार उन्होंने किया एक दिन,
पूछा था मैने उसे
छोड़ के तो नहीं जाओगे?
जवाब आया जाओगी तो तुम जाओगी मैं नहीं।
बातें झूठी करता गया वो,
मैं सच समझ के मान गयी,
चल रहा...