नशा
नशे से ग्रसित है दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी
होती है इससे पैसों से ज्यादा सेहत की बरबादी
इस नशे की लत ने ना जाने कितने जीवन किए बर्बाद
किसी का घर हुआ तबाह तो किसी के टूटे सारे ख्वाब
आज कल नशा तो बन गया युवाओं का जैसे फैशन
हर गली नुक्कड़ में मिलेंगे लेते हुए सिगरेट का कश
गुटखा खैनी तो हो गई है आम बात
जिसको बच्चो से मंगाते है लोग कितनी
शर्मनाक है ये बात
जो करे धूम्रपान होता उसकी सेहत को नुकसान
जो लती बने शराब का उसका पूरा जीवन है बर्बाद सा
एक नशा है ड्रग्स का जिसने ना जाने कितने
युवाओ को चपेट में अपने लिया
नशा मुक्ति केंद्र खोलने से नहीं जाएगा ये नशा समाज से दूर
बदलाव तभी होगा जब देश का युवा खुद से सोचने को होगा मजबूर
नशे से होने वाली हानियों को जानते है सब
फिर भी जाने नशा करना खुद से छोड़ेंगे लोग कब
© Ek Baat Bolu( अपर्णा तिवारी)
होती है इससे पैसों से ज्यादा सेहत की बरबादी
इस नशे की लत ने ना जाने कितने जीवन किए बर्बाद
किसी का घर हुआ तबाह तो किसी के टूटे सारे ख्वाब
आज कल नशा तो बन गया युवाओं का जैसे फैशन
हर गली नुक्कड़ में मिलेंगे लेते हुए सिगरेट का कश
गुटखा खैनी तो हो गई है आम बात
जिसको बच्चो से मंगाते है लोग कितनी
शर्मनाक है ये बात
जो करे धूम्रपान होता उसकी सेहत को नुकसान
जो लती बने शराब का उसका पूरा जीवन है बर्बाद सा
एक नशा है ड्रग्स का जिसने ना जाने कितने
युवाओ को चपेट में अपने लिया
नशा मुक्ति केंद्र खोलने से नहीं जाएगा ये नशा समाज से दूर
बदलाव तभी होगा जब देश का युवा खुद से सोचने को होगा मजबूर
नशे से होने वाली हानियों को जानते है सब
फिर भी जाने नशा करना खुद से छोड़ेंगे लोग कब
© Ek Baat Bolu( अपर्णा तिवारी)