जीवन की रफ्तार
क्यों इतनी जल्दी घबराते हो
क्या अपने आप को नहीं पहचानते हो
अगर भरोसा खुद पर हो
फिर क्यों करते किसी और की हो
अगर ज़िन्दगी में उलझनें आती है
तो वो हमारी जिंदगी को और कीमती बनाती है
तभी तो हमारे भी मायने हो जाते हैं
हम और भी अनमोल हो जाते हैं
किस्मत के पीछे रहोगे
तुम सबकुछ खोवोगे
जो तुम कर्म को लेकर चलोगे
तुम खुद को सबसे आगे पाओगे
___पल्लवी.....
क्या अपने आप को नहीं पहचानते हो
अगर भरोसा खुद पर हो
फिर क्यों करते किसी और की हो
अगर ज़िन्दगी में उलझनें आती है
तो वो हमारी जिंदगी को और कीमती बनाती है
तभी तो हमारे भी मायने हो जाते हैं
हम और भी अनमोल हो जाते हैं
किस्मत के पीछे रहोगे
तुम सबकुछ खोवोगे
जो तुम कर्म को लेकर चलोगे
तुम खुद को सबसे आगे पाओगे
___पल्लवी.....
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