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रंगीला त्यौहार
लगता हैं मुझे सबसे अधिक प्यारा,
सारे जग में है देखो यह पर्व निराला।
महंगे पहनावे का कहीं दिखावा नहीं,
रंग लगाने में किसी से भी भेद नहीं।
छोटे बड़े,अमीर गरीब सभी है मनाते,
होली पर सभी हिल मिल कर है गाते।
छोटे छोटे बाल बच्चों का क्या है कहना,
पिचकारी और रंग ही हो गए इनका गहना।
अल्हड़ मदमस्त नौजवानों को देखो,
अपने प्यारों के प्यार में गाल लाल देखो।
हवा में उड़ रही अमीर,गुलाल की महक,
आदरणीय जनों ने के भी कदमों में बहक।
गली गली में घूम रही मस्तानों की टोली,
राम रहीम संग में बोल रहे प्रेम की बोली।
अनुपम प्रेम भरी सतरंगी होली आई,
प्रेम ,भाईचारा ,मिलन देखो सब साथ लाई।
लेखक_#shobhavyas
#WritcoQuote
#writcopoem
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