क्या है ये "इंसान"
कभी खुद को ,कभी ओरो को।
समझाने में लगा है।
क्यो सबकुछ होते हुए भी,
कुछ पाने में लगा है।
खुद ही सुलाकर खुद को,
क्यो ओरो को जगाने में लगा है।
क्या है इंसान ?????...
समझाने में लगा है।
क्यो सबकुछ होते हुए भी,
कुछ पाने में लगा है।
खुद ही सुलाकर खुद को,
क्यो ओरो को जगाने में लगा है।
क्या है इंसान ?????...