...

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तू ही मेरा मयखाना है
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
सनम तुझ तक मेरी हर हसरत है
उड़-उड़कर तेरे पास पहुँचते हैं ख्बाब मेरे ।
धड़कता है जब-जब दिल मेरा
गूँजते हैं इसमें बस तराने तेरे
अपना शहर छूटा ,गली छूटी
पर कभी तेरा ख़याल ना टूटा
कुछ इस तरह पैमाने मेरी मुहब्बत के ,
लगा ले दिल से तू भी ख्याल को मेरे ।
मैं जायूँ कहाँ इस दिल की दवा लेने
तू ही मेरा मयखाना है