तुम्हारे लिए खत
जब सब लिख रहे होंगे
फेस्बूक पोस्ट
लाइफ ईवेंट मे डेट मार्क करेंगे
स्टैटस सिंगल से अपडेट करके
रिलेशनशीप कर देंगे
ऐसे वक्त मे भी
मैं लिखूँगी तुम्हें खत
जिसमे तरीखे हाथों से लिखी होंगी
जो याद रखने के लिए
हमे जरूरत नहीं होगी
मेमोरीज़ के फ़ोल्डर की
जब खोलोगे खत
तुम्हें पासवर्ड नहीं बताना होगा
उसपे प्राइवसी नहीं होगी
जो वक्त के साथ बदलनी होगी
उस में रहेगी मेरी खुशबू
मेरी लिखावट के साथ
होंगे कुछ आँसू
जो महसूस होंगे
उस फ़ैकबूक पोस्ट से ज्यादा
जब कभी खत देखोगे
मेरा चेहरा आएगा
आँखों के आगे मन ही मन
प्रोफाइल पिकचर देखने की
कोई जरूरत नहीं होगी
Chhaya Gautam
फेस्बूक पोस्ट
लाइफ ईवेंट मे डेट मार्क करेंगे
स्टैटस सिंगल से अपडेट करके
रिलेशनशीप कर देंगे
ऐसे वक्त मे भी
मैं लिखूँगी तुम्हें खत
जिसमे तरीखे हाथों से लिखी होंगी
जो याद रखने के लिए
हमे जरूरत नहीं होगी
मेमोरीज़ के फ़ोल्डर की
जब खोलोगे खत
तुम्हें पासवर्ड नहीं बताना होगा
उसपे प्राइवसी नहीं होगी
जो वक्त के साथ बदलनी होगी
उस में रहेगी मेरी खुशबू
मेरी लिखावट के साथ
होंगे कुछ आँसू
जो महसूस होंगे
उस फ़ैकबूक पोस्ट से ज्यादा
जब कभी खत देखोगे
मेरा चेहरा आएगा
आँखों के आगे मन ही मन
प्रोफाइल पिकचर देखने की
कोई जरूरत नहीं होगी
Chhaya Gautam