रहने दे दिलं के अंदर, थोडी सी हसरते उलझी,जिंदगी क्या हीं होगी अगर, हल सारे सवाल हो जाए
रहने दे दिलं के अंदर, थोडी सी हसरते उलझी,
जिंदगी क्या हीं होगी अगर, हल सारे सवाल हो जाए
खुशबूए चुरा लाया हूं मैं, बागानों से तेरे लिए,
इत्र यें महक से, कम कुछ, शायद मलाल हो जाए
रुआसी ए चेहरा तेरा, ताक पर ख़ुशी क्यूँ हैं...
जिंदगी क्या हीं होगी अगर, हल सारे सवाल हो जाए
खुशबूए चुरा लाया हूं मैं, बागानों से तेरे लिए,
इत्र यें महक से, कम कुछ, शायद मलाल हो जाए
रुआसी ए चेहरा तेरा, ताक पर ख़ुशी क्यूँ हैं...