उसकी मोहब्बत नहीं दिखती.....
हां बोल दिया आज उसे की ,
अपनी जिम्मेदारियों के आगे मुझे उसकी मोहब्बत नहीं दिखती.....
एक वक्त था जब मुझे मोहब्बत जरूरत थी,
तब ना तो कोई मिला,
और जो मिला उसे मेरी कद्र हुई
इसीलिए उसकी मोहब्बत नहीं दिखती.....
कहते हैं जज्बातों में जरूरत की कोई जगह नहीं होती,
मगर वो मुझे सिर्फ जरूरत में याद आता,
तो कैसे...
अपनी जिम्मेदारियों के आगे मुझे उसकी मोहब्बत नहीं दिखती.....
एक वक्त था जब मुझे मोहब्बत जरूरत थी,
तब ना तो कोई मिला,
और जो मिला उसे मेरी कद्र हुई
इसीलिए उसकी मोहब्बत नहीं दिखती.....
कहते हैं जज्बातों में जरूरत की कोई जगह नहीं होती,
मगर वो मुझे सिर्फ जरूरत में याद आता,
तो कैसे...