...

7 views

शिव शिव शिव आदि अनंत शिव 🕉️⛓️
जो यदा कदा सर्वदा सहारता है
जो कही अकेला नहीं छोड़ता है
जो बनाने को तोड़ता है
जो यत्र तत्र सर्वत्र विद्यमान है
जो खोजा जा सकता है
जो शोधी है स्वयं का
जो निश्चिंत है जो भगवंत है
समाया जो रोम रोम में है
जो विष में है जो सोम में है
जो एक में है प्रत्येक में है
जो नेक में है अनेक में है
जो रुष्ठ हो तो सब भस्म करदे
जो करुणा करे तो विष पान करें
जो सृजन का मूल है जो विनाश करता है
जो अविनाशी है जो निशा प्रभात करता है
जो तुम में है मुझमें है जो सब...