याद चुपके
कल आई थी उसकी याद चुपके
करने को फिर मुलाक़ात चुपके.............!
एक कोने में मेरा दिल पड़ा था
उठा लाई थी वो मेरे पास चुपके........... !
बेजान सा टुकड़ा धड़क उठा...
करने को फिर मुलाक़ात चुपके.............!
एक कोने में मेरा दिल पड़ा था
उठा लाई थी वो मेरे पास चुपके........... !
बेजान सा टुकड़ा धड़क उठा...