मर्ज-ए-वफ़ा
जान लिया होता तो मोहब्बत हो जाती
ना जानकर मर्ज-ए-वफा से महफूज कर दिया
आँखों में झांक लिया होता तो सारे जख्म देख लेते।
ना देख कर एक शायर महफ़ूज़ कर...
ना जानकर मर्ज-ए-वफा से महफूज कर दिया
आँखों में झांक लिया होता तो सारे जख्म देख लेते।
ना देख कर एक शायर महफ़ूज़ कर...