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प्रेम कऽ परिभाषा
हम प्यार अहां सँ करै छी ओना,
फूल के संग खूश्बु रहैया जेना ।।

इंतज़ार अहाँ कऽ हम करै छी ओना,
धरती अंबर सँ मिलै लऽ तड़पै या जेना।।

हे यै सजना हम श्रृंगार अहाँ लऽ करैछी ओना ,
सजै छैथ राधा रानी श्री कृष्ण लऽ दिन राति जेना।।

हम मांग में अपन अहाँक सजबै छी ओना,
हे यौ सजना चमकैया गगन में चंदा जेना।।


हम प्रीत अहाँ सँ करै छी ओना,
करै छैत सीया राम जी सँ जेना।।

अपन हृदय में अहाँक हम बसेने...