अनकही बातें
आज कुछ अनकही बातें याद आईं
उन यादों में बिखरी सी
तेरी आवाज़ संग आई
अरसा हो गया था
जिन्हे सोचे बिना
आज सैलाब बनके उनकी आंखें
हमारी आंखों में भर आईं
आज कुछ अनकही सी
बातें याद आईं
© ND
उन यादों में बिखरी सी
तेरी आवाज़ संग आई
अरसा हो गया था
जिन्हे सोचे बिना
आज सैलाब बनके उनकी आंखें
हमारी आंखों में भर आईं
आज कुछ अनकही सी
बातें याद आईं
© ND