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*बंद हो गई चिट्ठी, पत्री।*फोनों पर पैगाम बहुत है।।*
*अच्छी थी पगडंडी अपनी।*
*सड़कों पर तो जाम बहुत है।।*

*फुर्र हो गई फुर्सत अब तो।*
*सबके पास काम बहुत है।।*

*नहीं जरूरत बूढ़ों की अब।*
*हर बच्चा बुद्धिमान बहुत है।।*

*उजड़ गए सब बाग बगीचे।*
*दो गमलों में शान बहुत है।।*
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