loving emotional Shayari
बदन से उठती चिंगारियां कच्ची उम्र की
सारा शहर बर्बाद हुआ तेरे बाद.....
मैंने तो गूंगे भी बोलते देखें हैं
तेरे रूप का जहर उगलने के बाद ...
हर जिस्म से आग जो निकलती है
मैंने क़ब्रों से मुर्दे जिंदा उठते देखें हैं
तेरी रूह का कहर बरसने के बाद ...।।
© avtar Koundal
सारा शहर बर्बाद हुआ तेरे बाद.....
मैंने तो गूंगे भी बोलते देखें हैं
तेरे रूप का जहर उगलने के बाद ...
हर जिस्म से आग जो निकलती है
मैंने क़ब्रों से मुर्दे जिंदा उठते देखें हैं
तेरी रूह का कहर बरसने के बाद ...।।
© avtar Koundal