14 February हमारे वीरों की यादें
#WritcoPoemPrompt43
छोटी से एक खरोंच भी लग जाए तो तड़प उठती
सहीद उन वीरो की माँ पता नहीं अब कैसी रहती
बहूत बड़ा कालेज था उसने गोली सीने पर खाई
पर वो माँ का दिल तो देखो एक बेटा खोकर दूसरे बेटों को फौजी बनाई
बम के धम्माको से न जाने कितने में बट गया था वो
भाई की इस बलिदानी देख फिर भी नहीं घबराया वो
काँधों पर ले जाएगा बेटा उसका ये उम्मीद में था
उसी बेटो को आग देना परे वो बाप ये नहीं सोचा था
मोहब्बत में वफ़ा कैसे किया जाता है उसने बताया
धरती माँ का वो लाडला इस कदर अपनी जान देकर निभाया
© रौशन rosi...✍️🍁
छोटी से एक खरोंच भी लग जाए तो तड़प उठती
सहीद उन वीरो की माँ पता नहीं अब कैसी रहती
बहूत बड़ा कालेज था उसने गोली सीने पर खाई
पर वो माँ का दिल तो देखो एक बेटा खोकर दूसरे बेटों को फौजी बनाई
बम के धम्माको से न जाने कितने में बट गया था वो
भाई की इस बलिदानी देख फिर भी नहीं घबराया वो
काँधों पर ले जाएगा बेटा उसका ये उम्मीद में था
उसी बेटो को आग देना परे वो बाप ये नहीं सोचा था
मोहब्बत में वफ़ा कैसे किया जाता है उसने बताया
धरती माँ का वो लाडला इस कदर अपनी जान देकर निभाया
© रौशन rosi...✍️🍁