...

19 views

पहले जैसा कुछ भी नही अब
पहले जैसा कुछ भी नही अब,
ना तुम हो ना में हु,

पहले जैसा कुछ भी नही अब,
ना वो "रातें" जो में तुम से मांगा करता था,
ना वो "राते" जो तुम मेरी याद में जागा करती थी।

पहले जैसा कुछ भी नही अब,
ना वो बेकरारी जो तुम्हे मुझे देख ने को थी,
ना वो बेकरारी जो मुझे तुम्हे महसूस करने को थी।

पहले जैसा कुछ भी नही अब,
ना वो आइना जिस में "तुम्हारा अक्स" जो खुद में देखा करता था,
ना वो आइना जिस में...