pyaar
अक्सर रातो में खुद से पूछता हूं
क्यों उसने कुछ न कहा
प्यार जो था तेरे मेरे दरमिया
अब बाकी क्यों न रहा ...
क्यों उसने कुछ न कहा
प्यार जो था तेरे मेरे दरमिया
अब बाकी क्यों न रहा ...