पता नहीं क्यों?
जब किसी घर में लड़की जन्म लेती हैं,
तब उसे घर की लक्ष्मी कहाँ जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
खांदान के वारिस को पहले माँगा जाता है|
जब कोई पिता अपनी बेटी को शिक्षा देने जाता है,
तब समाज लड़कियों को पढ़ा रहा है,
ऐसा माना जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
बेटी को भाई साथ हो,
तो ही पढ़ने के लिए
भेजा जाता है |
जब किसी पौराणिक कथाओ मैं लड़की के सौंदर्य का वर्णन किया जाता है,
तब लड़कियों का गहना ,
उनका श्रृंगार कहाँ जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
आज वही श्रृंगार करने वाली को चरित्रहीन माना जाता है|
पता नहीं क्यों? ........
© srush
तब उसे घर की लक्ष्मी कहाँ जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
खांदान के वारिस को पहले माँगा जाता है|
जब कोई पिता अपनी बेटी को शिक्षा देने जाता है,
तब समाज लड़कियों को पढ़ा रहा है,
ऐसा माना जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
बेटी को भाई साथ हो,
तो ही पढ़ने के लिए
भेजा जाता है |
जब किसी पौराणिक कथाओ मैं लड़की के सौंदर्य का वर्णन किया जाता है,
तब लड़कियों का गहना ,
उनका श्रृंगार कहाँ जाता है |
पर पता नहीं क्यों?
आज वही श्रृंगार करने वाली को चरित्रहीन माना जाता है|
पता नहीं क्यों? ........
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