...

4 views

क्यो मिले थे
क्यों मिले थे मुझे तुम जब कुछ था ही नही
क्यो वो झूठे सपने दिखाए जो पूरे होने ही नही
जब तुमको मेरा होना ही नही था तो क्यों मेरे पास आए
हर लम्हा बस यही सोचता हूं कि मिले ही नही होते
सोचा था एक तुम मिली तो जिंदगी संवर गयी
मेरे जीने की वजह मिल गयी लेकिन
तुम तो बीच राह में छोड़ गए हमे
आज भी वो रातें याद है जो तेरे साथ थी बिताई
तुमको देख कर हमारे चेहरे पर मुस्कान होती थी
आज तुमको देख कर हमारी आंखों में आंसू होते हैं
मिलना ही था तो बिछड़े क्यों और बिछड़ना ही था तो मिले क्यों